vinod upadhyay

vinod upadhyay

मंगलवार, 1 अप्रैल 2014

चुनाव में खर्च होगा 10,000 करोड़ कालाधन

लोकसभा चुनाव में कालेधन के इस्तेमाल पर रोक लगाने के चुनाव आयोग के तमाम प्रयासों के बावजूद विभिन्न दलों के प्रत्याशियों द्वारा इस बार तकरीबन 10 हजार करोड़ रुपये कालाधन खर्च करने की आशंका जताई गई है। रिसर्च थिंक टैंक सीएमएस के आकलन के मुताबिक इस बार चुनाव में कुल 30 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे, जो अभी तक के चुनावों में खर्च होने वाली सबसे बड़ी राशि होगी।
सीएमएस के आकलन के मुताबिक, चुनाव में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियां जहां आठ से दस हजार करोड़ खर्च करेंगे, वहीं प्रत्याशी अपने स्तर पर तकरीबन 10 से 13 हजार रुपये खर्च करेंगे। इस खर्च में घोषित और अघोषित धन शामिल हैं। चुनाव आयोग समेत अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा सात से आठ हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाने की संभावना है। नौ चरणों में होने वाले चुनाव में (7 अप्रैल से 12 मई तक) मीडिया अभियान के तहत छह से सात हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। चुनाव आयोग की सख्ती के बावजूद उम्मीदवार लोकसभा चुनाव में कालेधन का इस्तेमाल करने से परहेज नहीं कर रहे हैं। हाल यह है कि चुनाव की घोषणा होने के बाद पहले बीस दिन में ही चुनाव आयोग ने रोजाना चार करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि जब्त की है। इसके अलावा आयोग के तलाशी दस्तों ने भारी मात्रा में देशी-विदेशी शराब भी जब्त की है। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक 25 मार्च तक देशभर में 80 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि जब्त की गयी है। यह धनराशि जिन लोगों से जब्त हुई है, उनके पास इसका कोई हिसाब-किताब नहीं मिला है। सूत्रों के मुताबिक सबसे ज्यादा धनराशि आंध्र प्रदेश में 49 करोड़ रुपये, तमिलनाडु में 11.32 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश में 9.39 करोड़ रुपये, मध्य प्रदेश में 3.29 करोड़ रुपये, केरल में 1.65 करोड़ रुपये और राजस्थान में 1.26 करोड़ रुपये की धनराशि जब्त हुई है। सूत्रों ने कहा कि कई बड़े राज्यों जैसे महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल से अभी रिपोर्ट नहीं मिली है। इन राज्यों से रिपोर्ट आने के बाद जब्त की गई धनराशि का ग्राफ काफी ऊपर जा सकता है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में हुए विधान सभा चुनावों में 200 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि जब्त की गई थी। सूत्रों ने कहा कि आयोग ने भारी मात्रा में शराब भी जब्त की है। बिहार में 25 लाख लीटर से अधिक शराब जब्त की जा चुकी है, जबकि पश्चिम बंगाल में डेढ़ लाख लीटर से अधिक शराब जब्त की गई है जो कि पिछले चुनाव की तुलना में लगभग दोगुनी है। उत्तर प्रदेश में भी एक लाख लीटर से अधिक शराब अब तक जब्त की जा चुकी है। आयोग ने चुनाव में शराब के इस्तेमाल पर नजर रखने के लिए शराब कंपनियों के गोदामों के बाहर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं। इसके अलावा कंपनियों को रोजाना शराब के स्टॉक की जानकारी भी देने को कहा गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें