vinod upadhyay

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शुक्रवार, 10 दिसंबर 2010

पाक सेना ने कराए भारत विरोधी फर्जी खुलासे!

नई दिल्‍ली. पाकिस्‍तान के अधिकतर अखबारों ने विकीलीक्‍स केबल का हवाला देते हुए भारत के बारे में बकवास खबरें प्रकाशित की हैं। इन खबरों में अमेरिकी राजनयिकों को भारतीय सेना की बुराई करते हुए बताया गया है तो पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को क्‍लीन चिट दी गई है। ब्रिटिश अखबार 'गार्जियन' ने पाकिस्‍तानी मीडिया के इस झूठ की पोल खोल दी है। इस अखबार ने विकीलीक्‍स के गोपनीय संदेशों से इन तथ्‍यों का मिलान किया तो पता चला कि ऐसी बातें गोपनीय केबल में हैं ही नहीं। इसके बाद तमाम पाकिस्‍तानी अखबारों ने माफी भी मांग ली है। इन अखबारों ने एक ऑनलाइन एजेंसी के हवाले से विकीलीक्‍स 'खुलासे' की फर्जी, भारत विरोधी खबरें छापी थीं।

पाकिस्‍तानी अखबारों का कहना है कि अमेरिकी राजनयिकों की नजर में जम्‍मू-कश्‍मीर में बोस्निया जैसा नरसंहार हो रहा है। इसमें भारतीय सेना के पूर्व चीफ जनरल दीपक कपूर को ‘अक्षम’ और ‘घमंडी’ व्‍यक्ति बताया गया है। हालांकि ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ ने जब इन तथ्‍यों की पड़ताल विकीलीक्‍स के केबल से की तो पाया कि ऐसी खबरें आधारहीन हैं।

पाकिस्‍तानी अखबार ‘द न्‍यूज’ के मुखपृष्‍ठ पर प्रकाशित खबर की हेडलाइन इस तरह है, ‘बलूचिस्‍तान, वजीरिस्‍तान में भारतीयों की मिलीभगत के पर्याप्‍त सबूत’। उर्दू दैनिक ‘जंग’ और ‘नवा-ए-वक्‍त’ में भी इसी तरह की खबरें प्रकाशित हुई हैं। ‘द नेशन’ में फ्रंट पेज पर प्रकाशित खबर की हेडिंग है, ‘कश्‍मीर में बोस्निया जैसा नरसंहार’। ‘द एक्‍सप्रेस ट्रिब्‍यून’ ने अंदर के पन्‍नों में विकीलीक्‍स के फर्जी खुलासों की खबरें छापी हैं।

इन खबरों में भारतीय सेना के पूर्व प्रमुख जनरल दीपक कपूर को ‘अक्षम लड़ाकू नेता’ और ‘बेहद मूर्ख’ कहा गया है। इसमें आगे कहा गया है कि भारतीय सेना ‘दो गुटों’ में बंट गई है जिनमें एक की अगुवाई जनरल कपूर कर रहे हैं तो दूसरे गुट की कमान मौजूदा आर्मी चीफ जनरल वी. के. सिंह के हाथ में है।

पाकिस्‍तानी अखबारों ने लिखा है, ‘मुंबई हमलों में शहीद हुए मुंबई एटीएस के चीफ हेमंत करकरे ने अमेरिकी अधिकारियों को बताया था कि देश में भारतीय सैन्‍य अधिकारियों और हिंदू चरमपंथी गुटों के बीच खतरनाक गठजोड़ है।’ इन अखबारों ने भारत के सैन्‍य अधिकारी की तुलना सर्बियाई नेता स्‍लोबोदान मेलोसेविच से की है जिन पर युद्ध अपराधों के आरोप लगे थे।

पाकिस्‍तानों अखबारों ने इस्‍लामाबाद स्थित ‘ऑनलाइन एजेंसी’ को इन खबरों का स्रोत बताया है। यह न्‍यूज एजेंसी पाकिस्‍तानी सेना के समर्थन में खबरें चलाती है। हालांकि इन खबरों में किसी संवाददाता की बाईलाइन नहीं है।

आईएसआई को क्‍लीन चिट

पाक मीडिया के मुताबिक अमेरिकी हुक्‍मरानों ने आईएसआई प्रमुख जनरल अहमद शुजा पाशा की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा है कि उनकी इस पद पर मौजूदगी से खुफिया एजेंसी की ताकत बढ़ाने में मदद मिलेगी। विकीलीक्‍स के ‘केबल’ का हवाला देते हुए कहा गया है कि मुंबई हमलों में पाशा की अगुवाई में आईएसआई का प्रत्‍यक्ष या अप्रत्‍यक्ष तौर पर किसी तरह का हाथ रहा है। दूसरी ओर इन हमलों के मामले में गिरफ्तार आतंकी अजमल कसाब के बयान के आधार पर तैयार डोजियर को ‘हास्‍यास्‍पद’ और ‘निहायत बचकाना’ करार दिया गया है।

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