vinod upadhyay

vinod upadhyay

शुक्रवार, 10 दिसंबर 2010

आर्थिक अपराधियों की अब खैर नहीं

कम्प्यूटर तथा नेटवर्किंग के जरिये होने वाले आर्थिक अपराधों पर अब कसेगा शिकंजा, ई.ओ.डब्ल्यू. के विवेचना अधिकारियों ने सीखे आर्थिक अपराधों तथा सायबर क्राइम से निपटने के गुर

Bhopal: Friday, December 10, 2010: Updated 18:32IST


कम्प्यूटर तथा नेटवर्किंग के जरिये होने वाले आर्थिक अपराधों को आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो के दक्ष अधिकारी अब आसानी से पकड़ सकेंगे। प्रदेश के क्षेत्रीय कार्यालयों में पदस्थ ब्यूरो के विवेचना अधिकारियों ने दो दिवसीय राज्यस्तरीय प्रशिक्षण में इंटरनेट के जरिये की जाने वाली ऐसी आपराधिक गतिविधियों की छान-बीन के कई तकनीकी गुरों को सीखा है। ऐसे आर्थिक अपराधियों को शिकंजे में लेने के लिये उन्होंने डिजीटल साक्ष्य तैयार करने में भी महारत प्राप्त की है।

आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो द्वारा आयोजित इस अपने प्रकार के विशिष्ट प्रशिक्षण के समापन अवसर पर अतिरिक्त महानिदेशक 'फायर सर्विसेज' श्री अशोक दोहरे ने प्रशिक्षण के दौरान सायबर क्राईम के विभिन्न तकनीकी पक्षों पर रोचक जानकारियों दी। उन्होंने महत्वपूर्ण शासकीय कार्यों के दौरान सूचनाओं और डाटा के संप्रेषण के दौरान बरती जाने वाली जरूरी सावधानियों को भी रेखांकित किया।

इसके पहले अपर आयुक्त (आडिट) इन्कम टैक्स विभाग श्री अनूप दुबे ने ई.ओ.डब्ल्यू. तथा आयकर विभाग के मध्य समन्वय तथा आर्थिक अपराधों के अन्वेषण के दौरान ली जाने तलाशी की कार्यवाईयों पर उपयोगी जानकारियां दीं। संयुक्त आयुक्त सहकारिता विभाग श्री एस.एम. गुप्ता ने सहकारिता अधनियम की व्याख्या करते हुए अधिनियम के दुरुपयोग की रोकथाम के लिये अपनाए जाने वाले उपायों के बारे में बताया। नेशनल इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी, भोपाल की सुश्री स्वाति सिंह बघेल ने कंपनी संहिता के महत्वपूर्ण प्रावधानों से अवगत कराया। सेवानिवृत्त अधीक्षण यंत्री श्री एच.पी. यादव ने निर्माण विभागों में शासकीय धनराशि के दुरुपयोग की रोकथाम के लिये किये जाने वाले तकनीकी उपायों और वित्तीय पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस महानिरीक्षक ई.ओ.डब्ल्यू. डॉ. एस. डब्ल्यू. नकवी सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने भागीदारी की। इस अवसर पर प्रभारी महानिदेशक ई.ओ.डब्ल्यू. श्री अजय कुमार शर्मा ने सायबर क्राईम विशेषज्ञ श्री अशोक दोहरे को पुष्पगुच्छ तथा स्मृति चिन्ह भेंटकर उन्हें सम्मानित भी किया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें