vinod upadhyay

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शुक्रवार, 10 दिसंबर 2010

चोरी की बिजली से बन रहा बिजलीघर

जबलपुर प्रदेश को रोशन करने के नाम पर बड़ी कम्पनियां सरकार को चूना लगा रही हैं। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने सासन में अनिल अंबानी की कम्पनी रिलायंस एनर्जी को चोरी की बिजली से अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट का निर्माण करते पकड़ा है। कम्पनी रीडिंग बायपास कर बिजली चोरी कर रही थी। मामले में 7.61 करोड़ की बिलिंग की गई है। यह प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा बिजली चोरी का मामला है।


सिंगरौली के सासन में रिलायंस एनर्जी ने 4000 मेगावाट के अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट निर्माण के लिए पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी से एक वर्ष पूर्व 33 केवी का अस्थाई कनेक्शन लिया था। मॉनिटरिंग के दौरान पाया गया कि रिलायंस एनर्जी के मीटर में उपयोग से कम खपत दर्ज हो रही है। 29 सितम्बर को विजिलेंस टीम ने छापा मारकर रिलायंस एनर्जी के परिसर की जांच की। विजिलेंस टीम ने मीटर को जांच के लिए जब्त किया।

सीपीआईआर में जांच

पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी की मीटरों की जांच के लिए जबलपुर में हाईटैक मीटर लैब है। संदिग्ध मीटरों की जांच इसी लैब में की जाती है। मामला बड़ी कम्पनी से जुड़ा होने की वजह से रिलायंस एनर्जी के मीटर की भोपाल स्थित सेंट्रल पावर रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीपीआरआई) में जांच कराई गई। जांच के दौरान रिलायंस एनर्जी के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। 30 नवंबर को भेजी गई जांच रिपोर्ट में बताया गया कि मीटर में रीडिंग बायपास कर बिजली चोरी की जा रही थी।

तो कटेगा कनेक्शन

विजिलेंस ने रिलायंस एनर्जी के खिलाफ विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। रीवा के मुख्य अभियंता प्रमोद क्षत्री को 7.61 करोड़ रूपए का बिल वसूली के लिए भेजा गया है। रिलायंस एनर्जी बिल भरने से इनकार करती है तो कनेक्शन काट जाएगा।

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