vinod upadhyay

vinod upadhyay

शनिवार, 11 दिसंबर 2010

मनरेगा ने ली एक और कलेक्टर की बलि

भोपाल
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण योजना में गड़बड़ी के मामले ने एक और कलेक्टर की बलि ले ली। सरकार ने गड़बड़ी के मामले में उमरिया के कलेक्टर एस.एस. कुमरे को हटा दिया है।

उमरिया के कलेक्टर को हटाकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर नौकरशाही में यह संदेश देने की कोशिश की है कि गड़बड़ी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उमरिया के कलेक्टर कुमरे पर यह आरोप था कि मनरेगा कानून के तहत पंचायतों को जितनी राशि का आवंटन किया जाना था, वह उन्होंने नहीं की । इस कारण बारह पंचायतों में मजदूरी का भुगतान समय पर नहीं हो सका। सूत्रों ने बताया कि स्थानीय विधायक मीना सिंह ने भी इसी तरह की शिकायत मुख्यमंत्री चौहान को की थी। शिकायत मिलते ही मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को हटाने का आदेश जारी कर दिया। मुख्यमंत्री ने तत्काल पद छोड़ने के आदेश भी कलेक्टर को भेज दिए। मुख्यमंत्री का संदेश मिलते ही कुमरे ने उमरिया कलेक्टर का पदभार छोड़ दिया। कुमरे दो साल पहले मुख्यमंत्री चौहान के उप सचिव थे। उन्हें मुख्यमंत्री सचिवालय से सीधे आदिवासी बाहुल्य जिला उमरिया का कलेक्टर बनाया गया था। कुमरे के स्थान पर चिकित्सा शिक्षा विभाग में उप सचिव एन.एस. भटनागर को उमरिया भेजा गया है।

छह माह के भीतर यह तीसरा मामला जब मनरेगा में हुई गड़बड़ी के मामले में कलेक्टर के खिलाफ सरकार ने कार्यवाही की है। इससे पहले सरकार ने कतिपय गंभीर अनियमितता के चलते टीकमगढ़ और भिंड जिले के कलेक्टर के खिलाफ कार्यवाही की थी।

सरकार द्वारा आज किए गए मामूली प्रशासनिक फेरबदल में वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव अनिल जैन को विशेष आवासीय आयुक्त नई दिल्ली के पद पर पदस्थ किया गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें